माल से बड़ा लिफ़ाफ़ा
बाज़ार में मिलने वाली अनगिनत वस्तुएं ऐसी हैं जो तरह-तरह की पैकिंग में मिलती हैं। ज्यादातर मामलों में यही देखा गया है कि पैकिंग बहुत बड़ी होती है और उसमें रखा गया सामान बहुत कम होता है जो उससे आधे आकार की पैकिंग में भी आसानी से आ जाता। इस तरह यह काम संसाधनों के दुरुपयोग की श्रेणी में ही आता है। उत्पादक अतिरिक्त व्यय को अन्तत: ग्राहक से ही वसूलता है।
पैकिंग उचित आकार की और पारदर्शी होनी चाहिए ताकि ग्राहक को दिखाई दे कि वह क्या और कितना सामान पैकिंग में लाया है। इसके अलावा अक्सर पैक्ड वस्तु का वजन भी बेतुका होता है- २३०, ८५, ३५ ८०, ४५०...ग्राम।
बाज़ार में मिलने वाली अनगिनत वस्तुएं ऐसी हैं जो तरह-तरह की पैकिंग में मिलती हैं। ज्यादातर मामलों में यही देखा गया है कि पैकिंग बहुत बड़ी होती है और उसमें रखा गया सामान बहुत कम होता है जो उससे आधे आकार की पैकिंग में भी आसानी से आ जाता। इस तरह यह काम संसाधनों के दुरुपयोग की श्रेणी में ही आता है। उत्पादक अतिरिक्त व्यय को अन्तत: ग्राहक से ही वसूलता है।
पैकिंग उचित आकार की और पारदर्शी होनी चाहिए ताकि ग्राहक को दिखाई दे कि वह क्या और कितना सामान पैकिंग में लाया है। इसके अलावा अक्सर पैक्ड वस्तु का वजन भी बेतुका होता है- २३०, ८५, ३५ ८०, ४५०...ग्राम।
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